पपीता
पपीता सर्दियों में फ्लू और अन्य मौसमी बीमारियों से लड़ने में मददगार होता है। यह पेट दर्द, कब्ज और अपच से राहत दिलाने में भी मददगार है।
सर्दियों में शरीर का इम्यूनिटी लो होने के वजह से हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, जिससे हम कुछ मौसमी बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाते हैं। इन बीमारियों से बचने के लिए पपीता एक अच्छा उपाय है। इसमें विटामिन ए, विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर सहित कई पोषक तत्व होते हैं। पपीते में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट हमें मौसमी बीमारियों से बचाते हैं। पपीते में मौजूद फाइबर कब्ज और पेट दर्द जैसी समस्याओं से राहत दिलाने के लिए अच्छा होता है। जब आप बाजार से पपीता लेने जाएं तो इन बातों का ध्यान रखें: पपीते में कोई दाग नहीं होना चाहिए, एकदम ताजा होना चाहिए और कहीं और से प्रेस नहीं किया हुआ होना चाहिए।

पपीते को काटते हुये रखे इन बातों को ध्यान
जब आप पपीता काट रहे हों तो इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि इसे देर से न खाएं। देर से कटा हुआ पपीता आपके शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है, इसलिए आप इसे खाने में अधिक आकर्षक बनाने के लिए इसमें थोड़ा काला नमक, चाट मसाला, या नींबू का रस मिला सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि लंबे समय तक काले नमक के साथ रखा पपीता नहीं खाना चाहिए।
इस बीमारी के लिए है फायदेमंद
पपीता एक ऐसा फल है जो सर्दियों के दिनों में ज्यादा देखने को मिलता है और इसे सर्दियों की कई समस्याओं जैसे पेट दर्द और गैस के लिए रामबाण भी कहा जाता है। पपीते के बीजों का पाउडर बनाकर भी इस्तेमाल किया जा सकता है, जो पेट दर्द और गैस की समस्या से राहत दिलाने में मददगार हो सकता है। पपीता विवाहित लोगों के लिए फायदेमंद होता है, क्योंकि इसमें आर्गिनिन नामक एक यौगिक होता है, जो रक्त परिसंचरण को सही करने और नसों को खोलने के लिए कहा जाता है, जो पुरुषों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन को ठीक करने में भी मदद कर सकता है। इसके अलावा पपीता दिल के लिए भी अच्छा होता है।