हाई कोलेस्ट्रॉल

भारत में उच्च कोलेस्ट्रॉल वाले लोगों की संख्या हर समय बढ़ रही है। लोग कोलेस्ट्रॉल के रोगी बन रहे हैं क्योंकि वे अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही बरत रहे हैं और अस्वास्थ्यकर जीवनशैली अपना रहे हैं। कोलेस्ट्रॉल हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा, किडनी की समस्या और डायबिटीज, हृदय रोग समेत कई बीमारियों को न्यौता देता है । आज हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका सेवन आप खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने के लिए कर सकते हैं।

व्यस्त जीवनशैली और खान-पान की गलत आदतों के कारण बहुत सारे लोगों को कोलेस्ट्रॉल की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। कोलेस्ट्रॉल एक मोम जैसा पदार्थ है जो रक्त में पाया जाता है। अच्छा कोलेस्ट्रॉल रक्त में वसा के संचय को कम करने में मदद करता है और हमारी धमनियों को साफ रखता है ताकि रक्त हृदय तक ठीक से प्रवाहित हो सके। वहीं खराब कोलेस्ट्रॉल बहुत खतरनाक होता है। जब इसका स्तर बढ़ जाता है तो यह धमनियों में जमने लगता है जिससे हृदय तक जाने वाले रक्त का प्रवाह कम हो जाता है और दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।

ऐसी कई चीजें हैं जो शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकती हैं, जैसे जंक फूड और तला हुआ खाना। हालांकि आहार में फाइबर युक्त फल,सब्जियां और साबुत अनाज शामिल करके खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम किया जा सकता है। कुछ फलों में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है जो कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ने से रोकने में मदद कर सकता है।

कॉलेस्ट्राल को कम करने के लिए खाए इन चीजों को

एवोकाडो

हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को अपने आहार में एवोकाडो को शामिल करना चाहिए क्योंकि इसमें विटामिन के, सी, बी5, बी6 और ई के साथ-साथ मोनोअनसैचुरेटेड फैट जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो हृदय को स्वस्थ रखने और स्ट्रोक के जोखिम को कम करने में मदद करते हैं। एवोकैडो शरीर में अच्छे और बुरे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को प्रबंधित करने में भी मदद कर सकता है।

टमाटर

टमाटर विटामिन ए, बी, के और सी सहित कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है जो त्वचा,आंखों और दिल की सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माने जाते हैं। इसके अलावा, टमाटर पोटेशियम का एक अच्छा स्रोत है जो कोलेस्ट्रॉल, रक्तचाप और स्ट्रोक के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।

खट्टे फलों का सेवन

नींबू,संतरा और अंगूर जैसे खट्टे फल भी आपके कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। खट्टे फलों में हेस्पेरिडिन होता है जो रक्तचाप, स्ट्रोक और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकता है। इसके अलावा खट्टे फलों का सेवन महिलाओं में स्ट्रोक के खतरे को भी कम कर सकता है।

पपीता

पपीते में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है। यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के साथ-साथ खराब कोलेस्ट्रॉल को भी कम करता है। एक बड़े पपीते में 13 से 14 ग्राम फाइबर होता है। रोजाना पपीता खाने से पाचन क्रिया भी दुरुस्त रहती है।